STORYMIRROR
होम
श्रृंखला
कहानी
कविता
कोट
ऑडियो
खरीदें
प्रतियोगिताएं
पुरस्कार
अकादमी
हमारे बारे में
हमारे साथ जुडे
संपर्क करें
लॉग इन करें
Sign Up
Terms & Condition
गोपनीयता नीति"
श्रृंखला
कहानी
कविता
कोट
ऑडियो
प्रतियोगिताएं
पुरस्कार
खरीदें
अकादमी
गिवअवे
हमारे बारे में
संपर्क करें
कोट
कोट
किताब प्रकाशित करें
En
English
Hi
हिन्दी
Gu
ગુજરાતી
Ma
मराठी
Or
ଓଡ଼ିଆ
Bn
বাংলা
Te
తెలుగు
Ta
தமிழ்
Ka
ಕನ್ನಡ
Ml
മലയാളം
लाइब्रेरी
नियम और शर्ते
गोपनीयता नीति"
साइनअप
लॉग इन
En
English
Hi
हिन्दी
Gu
ગુજરાતી
Ma
मराठी
Or
ଓଡ଼ିଆ
Bn
বাংলা
Te
తెలుగు
Ta
தமிழ்
Ka
ಕನ್ನಡ
Ml
മലയാളം
फीड
लाइब्रेरी
लिखें
सूचना
प्रोफाइल
क्या आप पुस्तक प्रकाशित करना चाहते है ?
यहाँ क्लिक करें
ढह जाना
कचोटना
बेहतर
पहले पहल
जाना
दर्द
चौकन्ना
ढलती
बिखर जाना
इमारतदफ़न
तेरे मेरे
भूला
साल दर साल
चलो ना
कांटा
ना पास
बची
जिंदगी
सदमा
ना भूलना
Hindi
ना जाना
Quotes
साल तो आता है और लौट जाता है हर साल तुम बताओगे क्या मुझे कब ...
तुमको जाना हो तो जाओ अपनी यादें भी अपने साथ ले जाना फिर हमें ...
ना खुश हूं ना उदास हूं ना खाली हूं ना खमोश हूं बस अपने सपने ...
ढलती जिंदगी में बस इतना जाना है कल के गमों पर आज मुस्कुराना ...
भूल से हुई भूल को भूल जाना ही बेहतर होता है | ...
हर छोटी बात पर प्रतिक्रिया ना दें....! जल्दबाज़ी वाली प्रतिक ...
मेरे बदनामी के इंट पर तेरा मशहूर की इमारत कब तक टिकेगा, में ...
मेरे बदनामी के इंट पर तेरा मशहूर की इमारत कब तक टिकेगा, में ...
कुछ अपनेपन के एहसास लेकर मेरी जिंदगी में आना और फिर स्वार्थी ...
"झूठ" की नींव पर बनी इमारत -ए -जिंदगी, अक्सर सच की चोट से ढह ...
इस जीवन में तेरा और मेरा कुछ नहीं, जो था वहीं है और वहीं रहे ...
आओ भूल जाते हैं किसने क्या कहा पर हर किसी को नजर अंदाज करेक ...
हर वक्त सम्भल कर चलो क्योंकि कांटे बिछाने वालों की कमी नहीं ...
उसका प्यार था बस एक चमकीला दलदल जिस का आज था ना कल मेरे तमन ...
मुझसे पहले जाकर नहीं मेरे बाद आकर मुझे आश्चर्य में डाल देना ...
अंततः... इक सीमा के बाद दर्द भी सो जाती है, चिरनिद्रा में ...
00:00
00:00
Download StoryMirror App